IMD Forecast: MP-CG और महाराष्ट्र में इस साल अधिक बारिश, पंजाब-हरियाणा में कम; जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान

IMD Forecast in India
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मौसम विभाग ने मंगलवार (27 मई) को पूर्वानमुमान जारी किया है। जून में बारिश सामान्य से ज्यादा (108%) बारिश की संभावना जताई है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में औसत से ज्यादा पानी गिरेगा।

IMD Forecast : मौसम विभाग (IMD) ने इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है। मंगलवार (27 मई) को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, पूरे मानसून सीजन (जून से सितंबर) में 106% बारिश हो सकती है। जो कि गत माह के अनुमान 105% से थोड़ा अधिक है।

जून में भी सामान्य से अधिक बारिश
मौसम विभाग ने मंगलवार को जारी पूर्वानमुमान में बताया कि जून में बारिश सामान्य से ज्यादा (लगभग 108%) होगी। यानी जून में 87 सेमी (870 मिमी) से अधिक बारिश होने की संभावना है, जो लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) यानी 1971-2020 के औसत से ऊपर है।

इन राज्यों में सर्वाधिक बारिश
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया, इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा सहित आसपास के राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। जबकि, पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी।

रीजनवाइज बात करें तो इस मानसून सीजन में मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। जबकि, उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। मानसून के कोर जोन में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा सहित आसपास के अन्य क्षेत्र आते हैं, जो कृषि के लिए मानसूनी बारिश पर निर्भर हैं।

लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) क्या है?
LPA 1971-2020 की अवधि के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के औसत बारिश स्तर को दर्शाता है, जो 87 सेमी निर्धारित है। इससे अधिक बारिश को सामान्य से अधिक और कम बारिश को कमजोर मानसून माना जाता है।

भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) क्या है?

  • केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पिछले दिनों ही नया एडवांस भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) देश को सौंपा है, जो आपदा प्रबंधन, कृषि, जल प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए पंचायत स्तर तक मददगार साबित होगा।
  • BFS (भारत फोरकास्ट सिस्टम) 6 किमी के रेजोल्यूशन पर मौसम का पूर्वानुमान देता है। विश्व में इसे सर्वश्रेष्ठ फोरकास्ट सिस्टम माना गया है।
  • BFS में नए सुपरकंप्यूटर ‘अर्का’ का उपयोग किया गया है, जो पुराने ‘प्रत्यूष’ की तुलना में तेज और अधिक सटीक है।
  • यह सिस्टम 40 डॉप्लर रडार से डेटा प्राप्त करता है। भविष्य में इसे 100 रडार तक बढ़ाया जा सकेगा। इससे 2 घंटे के पूर्वानुमान संभव होगा।

मानसून जल्दी पहुंचा केरल में
दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार 24 मई को केरल पहुंच गया, जो गत वर्षों की अपेक्षा 8 दिन पहले है। 16 साल पहले भी 25 मई के आसपास केरल में मानसून की एंट्री हुई थी। महाराष्ट्र में जबरदस्त बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी तेज बारिश हुई है।

मानसून जल्दी आने की वजह
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बढ़ी हुई नमी और सामान्य से ज्यादा समुद्र तापमान ने मानसूनी हवाओं को तेजी से सक्रिय किया है, जिससे मानसून जल्दी और तेज गति से भारत में प्रवेश कर गया।

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