India-Turkey Relations: JNU, Jamia के बाद IIT रुड़की का बड़ा फैसला, तुर्की-अजरबैजान के साथ शैक्षणिक समझौता किया रद्द

India-Turkey Relations: भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों ने तुर्की और अजरबैजान के साथ अपने शैक्षणिक समझौतों (MoUs) को तोड़ने का फैसला किया है। IIT रुड़की ने तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ हुए समझौते को राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया है। इसके साथ ही, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने भी तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी 6 MoUs को तुरंत रद्द कर दिया है।
IIT रुड़की ने क्या कहा?
IIT रुड़की ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसकी अंतरराष्ट्रीय साझेदारियाँ भारत के राष्ट्रीय और रणनीतिक हितों को प्राथमिकता देंगी। संस्थान ने कहा, "हम उन्हीं वैश्विक सहयोगों को आगे बढ़ाएंगे, जो हमारे शैक्षणिक लक्ष्यों के अनुरूप हों और भारत के शोध एवं नवाचार को मजबूत करें।"
JNU, जामिया और MANUU ने भी MoU रद्द किया
इससे पहले, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) ने भी तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी (Inonu University) के साथ MoU को निलंबित कर दिया था। JNU ने एक पोस्ट में लिखा, "राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से JNU और इनोनू यूनिवर्सिटी के बीच समझौते को स्थगित किया जाता है। JNU देश के साथ खड़ा है।"
इसके बाद, जामिया मिलिया इस्लामिया और मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) ने भी तुर्की के संस्थानों के साथ समझौते को रद्द करने की घोषणा की।
LPU ने तुर्की और अजरबैजान से तोड़ा नाता
पंजाब स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने भी तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी छह शैक्षणिक समझौतों को रद्द करने का फैसला किया है। इसमें छात्र-शिक्षक आदान-प्रदान, संयुक्त शोध परियोजनाएं और ड्यूल डिग्री प्रोग्राम शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, तुर्की और अजरबैजान ने हाल में भारत-पाक तनाव के दौरान पाकिस्तान का समर्थन किया था। जिसके बाद भारत के कई संस्थानों ने इन देशों के साथ शैक्षणिक सहयोग बंद करने का फैसला लिया।
पहलगाम हमले में 26 की मौत
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मृत्यु हुई थी। इसी घटना के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के ठिकानों को तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकियों के मारे गए।