जॉन स्पेंसर: अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया भारत की बड़ी जीत; जानिए और क्या कहा?

Operation Sindoor
Operation Sindoor: पूर्व अमेरिकी सैनिक और लेखक जॉन स्पेंसर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की बड़ी जीत बताया है। कहा, यह परमाणु हमले की छाया में सीमित उद्देश्यों के लिए लड़ा गया आधुनिक युद्ध है। भारतीय सेना के इस ऑपरेशन ने न सिर्फ अपने रणनीतिक उद्देश्यों को पूरा किया, बल्कि उससे आगे भी निकल गया।
जॉन स्पेंसर ने अपने एक्स हैंडल पर ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना की कार्रवाई को लेकर विस्तृत पोस्ट लिखी है। कहा, केवल चार दिन की सटीक सैन्य कार्रवाई के बाद स्पष्ट है कि भारत ने बड़ी जीत हासिल की है। इसमें आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना, सैन्य श्रेष्ठता का प्रदर्शन करना, प्रतिरोध को बहाल करना और नई राष्ट्रीय सुरक्षा सिद्धांत का अनावरण करना जैसी अहम चीजें शामिल रहीं।
युद्धविराम से जानबूझकर परहेज
जॉन स्पेंसर के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ फिलहाल एक संवेदनशील ठहराव पर है। कुछ लोग इसे युद्धविराम कह रहे हैं, लेकिन सेना के अधिकारी इस शब्द से जानबूझकर परहेज कर रहे हैं। युद्ध के नजरिए से यह केवल विराम नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक ठहराव है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अभी पूरी तरह से खत्म घोषित नहीं किया।
पहलगाम हमले का जवाब
जॉन स्पेंसर ने बताया कि 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिक मारे गए थे। इनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। माना जाता है कि इस संगठन को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का भी समर्थन प्राप्त है।
9 आतंकी ठिकाने तबाह
जॉन स्पेंसर ने कहा, भारतीय सेना ने पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इंडियन एयरफोर्स ने इस अभियान के तहत पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय और परिचालन केंद्र भी शामिल था। साथ ही स्पष्ट संदेश दिया कि पाकिस्तानी धरती से हुए आतंकी हमले अब युद्ध का हिस्सा माने जाएंगे।
डिप्लोमेटिक पॉलिसी का हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत की नई नीति को स्पष्ट किया है। कहा, भारत अब परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसकी आड़ में पनप रहे आतंकवादी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमले करेंगे। यानी यह सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि डिप्लोमेटिक पॉलिसी का हिस्सा है। पीएम मोदी ने स्प्ष्ट कर दिया है कि आतंक और बातचीत अब साथ-साथ नहीं चल सकते। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।
ऑपरेशन सिंदूर का चरणबद्ध क्रियान्वयन
- जॉन स्पेंसर ने कहा, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सोच-समझकर चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया है। 7 मई को इंडियन आर्मी ने पीओके और पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद सहित 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इनमें आतंकी प्रशिक्षण शिविर और लॉजिस्टिक्स केंद्र तबाह किए।
- पाकिस्तान ने 8 मई को भारत के सीमावर्ती राज्यों में ड्रोन हमले किए। लेकिन भारत की स्वदेशी बहुस्तरीय वायु रक्षा नेटवर्क ने उन्हें बेअसर कर दिया। भारत ने 9 मई को जवाबी कार्रवाई करते हुए छह पाकिस्तानी सैन्य हवाई अड्डों और ड्रोन समन्वय केंद्रों पर हमले किए।
- 10 मई को अस्थायी रूप से गोलीबारी रोकी गई, लेकिन भारत ने इसे संघर्ष विराम नहीं माना। उसने इसे सेना के स्तर पर गोलीबारी रोकने के रूप में संदर्भित किया है। भारत द्वारा इन शब्दों का उपयोग जानबूझकर किया जा रहा है। जो भारत के रणनीतिक नियंत्रण को मजबूत करते हैं। यह केवल सामरिक सफलता नहीं बल्कि युद्ध की स्थिति में नीतिगत कार्यान्वयन है।
भारत ने स्पष्ट की अपनी रणनीति
जॉन स्पेंसर ने आगे लिखा-भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए अपनी सुरक्षा नीति और रणनीतिक को स्प्ष्ट किया है। मसलन, पाकिस्तानी धरती से होने वाले आतंकी हमलों का जवाब अब सैन्य बल से दिया जाएगा। पाकिस्तान स्थित किसी भी टारगेट को निशाना बनाने में सक्षम है। भारत ने जोरदार जवाब दिया, लेकिन स्थिति नियंत्रण में रखा। साथ ही इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की मदद के बिना संभाला, जो कि देश की संप्रभुता के अनुरूप है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीमित कार्रवाई थी, जिसे खास उद्देश्यों के लिए अंजाम दिया गया है।
आलोचकों को जवाब
स्पेंसर ने सीजफायर के आलोचकों के लिए कहा, जो लोग यह कहते हैं कि भारत को और आगे जाना चाहिए था, वे मामले को समझ नहीं पा रहे। रणनीतिक सफलता विनाश के पैमाने पर नहीं, बल्कि वांछित राजनीतिक प्रभाव पर निर्भर करती है। भारत प्रतिशोध के लिए नहीं, बल्कि प्रतिरोध के लिए लड़ रहा था। भारत का संयम कमजोरी नहीं, बल्कि यह उसकी परिपक्वता का उदहराण है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अनुशासित सैन्य रणनीति का प्रदर्शन था। भारत ने हमला झेला, अपना उद्देश्य परिभाषित किया और इसे सीमित समय में हासिल किया।
अब इंतजार नहीं करेगा नया भारत
जॉन स्पेंसर ने नए भारत की कार्रवाई की तारीफ की। कहा, 2008 का भारत हमले झेलता था और इंतजार करता था। नया भारत तुरंत, सटीक और स्पष्टता के साथ जवाब देता है। पीएम मोदी की नीति, भारत का बढ़ता स्वदेशी रक्षा उद्योग और इसके सशस्त्र बलों की व्यावसायिकता यह संकेत देती है कि देश अब अगले युद्ध के लिए तैयार है। अगर फिर से उकसाया गया तो वह फिर हमला करेगा। ऑपरेशन सिंदूर परमाणु हमले की छाया और वैश्विक दबाव के बीच सीमित उद्देश्य के दायरे में लड़ा गया लड़ा गया एक आधुनिक युद्ध था। हर मायने में यह उसकी एक रणनीतिक सफलता और निर्णायक जीत थी।