अहमदाबाद विमान हादसे में बड़ा खुलासा: 3 माह पहले ही बदला गया था फ्लाइट AI-171 का इंजन, दिसंबर में होनी थी मेंटेनेंस जांच

अहमदाबाद विमान हादसा: 3 माह पहले बदला गया था फ्लाइट AI-171 का इंजन, दिसंबर में होनी थी जांच
Ahmedabad Plane Crash Latest Update : गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 12 जून को हुए विमान हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया गया कि दिल्ली से लंदन जा रही एयर इंडिया की जो फ्लाइट AI-171 मंगलवार सुबह यहां दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, उसके राइट साइड इंजन को तीन महीने पहले यानी मार्च 2025 में बदला गया था। इससे पहले जून 2023 में इसकी मेंटेनेंस जांच भी हुई थी। अगली जांच दिसंबर 2025 में होनी थी।
दरअसल, एयरइंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान AI-171 अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में स्थित मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया था। टक्कर के बाद इमारत और प्लेन में भीषण आग लग गई। इस दर्दनाक हादसे में 241 यात्रियों और 12 क्रू मेम्बर सहित 275 लोगों की मौत हो गई।
टेकऑफ के चंद मिनट बाद ही प्लेन दुर्घटनाग्रस्त
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ करने के चंद मिनट बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 242 यात्री सवार थे। ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार के अलावा सभी यात्रियों की मौत हो गई थी। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं। बीजी मेडिकल कॉलेज के कुछ जूनियर डॉक्टरों ने भी जान गंवाई है।
अहमदाबाद विमान हादसा: जांच और कार्रवाई
DGCA ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सघन सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही केंद्र सरकार ने गृह सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है। यह कमेटी 3 महीने के अंदर घटना की विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। एयर इंडिया ने बताया है कि 9 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है, शेष 24 पर कार्य जारी है।
3,000 करोड़ का बीमा क्लेम
एयर इंडिया ने इस हादसे में मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए का अंतरिम मुआवजा घोषित किया है। वहीं टाटा संस की ओर से 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि का ऐलान किया गया है। विमान के बीमा कवर को अप्रैल 2025 में 750 करोड़ से बढ़ाकर 850 करोड़ किया गया था। यह विमान हादसा भारत के इतिहास का सबसे महंगा एविएशन इंश्योरेंस क्लेम बन सकता है। इसमें 3,000 करोड़ के क्लेम का दावा किया जा सकता है।
सिंगापुर एयरलाइंस की भूमिका पर सवाल
- पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने एयर इंडिया के शेयर धारक सिंगापुर एयरलाइंस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा-एयर इंडिया के बड़ी संख्या में वाइड-बॉडी विमानों के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार इकाई की इस घटना पर आश्चर्यजनक चुप्पी या शायद अज्ञानता बनी हुई है। ऐसा लगता है कि वे छिपे हुए हैं।
- प्रफुल्ल पटेल ने आगे लिखा- हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि एयर इंडिया के प्रबंधन और कोडशेयर समझौते में उनकी अहम भूमिका है। महत्वपूर्ण बात ये है कि एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन सिंगापुर एयरलाइंस के नामित व्यक्ति हैं। वे पहले उनकी कम लागत वाली सहायक कंपनी स्कूट एयरलाइंस के सीईओ रह चुके हैं।
एयरलाइन ऑपरेशन पर असर
जांच के चलते बोइंग 787 की उड़ानों में देरी हो सकती है, विशेषकर नाइट कर्फ्यू वाले एयरपोर्ट्स और लॉन्ग डिस्टेंस रूट्स पर। एयर इंडिया ने यात्रियों से समय-समय पर अपडेट चेक करने की अपील की है।