अहमदाबाद हादसे में बड़ा खुलासा: Air India ने 2019 के बाद 2023 में भी बदला था विमान का TCM

Ahmedabad Plane Crash
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं। रविवार (12 जुलाई) को एक और बड़ा राज सामने आया है। अमेरिका की सरकारी एजेंसी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) और बोइंग ने प्राइवेट नोटिफिकेशन जारी कर बताया-बोइंग प्लेन के फ्यूल स्विच लॉक एकदम सेफ हैं। दूसरी तरफ एअर इंडिया ने 2019 में बोइंग के निर्देश के बाद पिछले 6 वर्षों में अहमदाबाद-लंदन बोइंग 787-8 फ्लाइट के थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) को दो बार बदला था। TCM में फ्यूल कंट्रोल स्विच होते हैं। जो प्लेन क्रैश हादसे की जांच का केंद्र बन गए हैं।
इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच पर उठे थे सवाल
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून) को एअर इंडिया विमान क्रैश हुआ था। हादसे के एक महीने बाद शुरुआती जांच रिपोर्ट 11 जुलाई को सामने आई थी। 15 पन्नों की रिपोर्ट में इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच पर सवाल उठाए गए थे। फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के इंजन में फ्यूल के बहाव को कंट्रोल करते हैं। रिपोर्ट के बाद FAA और विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने निजी नोटिफिकेशन जारी करते हुए आश्वस्त किया है कि बोइंग विमानों में लगे फ्यूल स्विच लॉक पूरी तरह सुरक्षित हैं। FAA का कहना है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच का डिजाइन और लॉकिंग सिस्टम विभिन्न बोइंग एयरक्राफ्ट में एक जैसा है। यह तकनीकी रूप से सुरक्षित माना गया है। एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल इसे किसी प्रकार की सुरक्षा जोखिम की स्थिति के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
2019 और 2023 में TCM को बदला
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इनवेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि अहमदाबाद से लंदन जाने वाले विमान में TCM (थ्रस्ट कंट्रोल मॉड्यूल) को साल 2019 और फिर 2023 में बदला गया था। रिपोर्ट में यह भी साफ किया गया है कि TCM बदलने का फ्यूल कंट्रोल स्विच से कोई लेना-देना नहीं था। पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, बोइंग ने 2019 में अपने ड्रीमलाइनर विमानों के सभी ऑपरेटरों के लिए एक नया मेंटेनेंस गाइड (MPD) जारी किया था। इसमें सलाह दी थी कि जब विमान 24,000 घंटे की उड़ान पूरी कर ले, तो उसका TCM बदल देना चाहिए। इसी दिशा-निर्देश को मानते हुए एयर इंडिया ने 2019 और 2023 में विमान का TCM बदला था। इस संबंध में एयर इंडिया से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई लेकिन उसने अभी तक प्रश्नों का कोई उत्तर नहीं दिया है।
फ्यूल कंट्रोल स्विच क्यों ऑफ किया?
AIIB की रिपोर्ट के अनुसार, विमान हादसे से पहले सीनियर पायलट ने जूनियर पायलट से पूछा तुमने फ्यूल कंट्रोल स्विच क्यों बंद किया? जवाब में जूनियर पायलट ने कहा-मैंने स्विच बंद नहीं किया। जांच में पता चला कि फ्यूल कंट्रोल स्विच 'रन' से 'कटऑफ' पोजिशन में चला गया था, जिससे इंजन में फ्यूल की सप्लाई अचानक बंद हो गई। इसकी वजह से विमान की ऊंचाई तुरंत कम हो गई। टेक ऑफ के थोड़ी ही देर बाद विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया। भीषण हादसे में 270 लोगों की जान चली गई, जबकि सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा।
फ्यूल कंट्रोल स्विच काम क्या काम है
फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के कॉकपिट में थ्रस्ट लीवर (गति बढ़ाने वाले हैंडल) के पास लगा होता है। इसका काम इंजन को फ्यूल (ईंधन) देना या बंद करना होता है। जब स्विच को "रन" पोजिशन पर रखा जाता है, तो इंजन में फ्यूल जाना शुरू हो जाता है और वह चलने लगता है। जब इसे "कटऑफ" पोजिशन पर किया जाता है, तो फ्यूल की सप्लाई बंद हो जाती है और इंजन बंद हो जाता है। हर इंजन के लिए एक अलग फ्यूल कंट्रोल स्विच होता है। जैसे बोइंग 787 विमान में दो इंजन होते हैं, इसलिए उसमें दो फ्यूल स्विच होते हैं। एक बाएं इंजन के लिए और दूसरा दाएं इंजन के लिए।