भाजपा को 'देवों' में दिखी उम्मीद की 'किरण'

भाजपा को देवों में दिखी उम्मीद की किरण
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चन्द्रकान्त शुक्ला

विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। विष्णुदेव को सीएम बनाने के बाद अब किरणदेव को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है। हम इसे ऐसा भी कह सकते हैं कि, छत्तीसगढ़ में भाजपा को दो देवों में उम्मीद दिखी है।

सीएम और डिप्टी सीएम के नामों का ऐलान होने के बाद ही कहा जाने लगा था कि, भाजपा जल्द ही अपना प्रदेश अध्यक्ष भी बदल देगी। हुआ भी बिलकुल वही, भाजपाध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज जगदलपुर के नवनिर्वाचित विधायक किरण देव की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी कर दी है। हालांकि चर्चा में किरण देव के साथ कुछ और नाम भी थे। लंबे समय तक संगठन में काम करने वाले पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी इस पद के दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन संभवत: उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के आड़े उनका चुनाव हार जाना आ गया। हाल ही में उनके बेटे को लेकर हुई कंट्रोवर्सी भी उनके इस बड़े पद पर बिठाए जाने के आड़े आई होगी।

हालांकि पार्टी की रीति-नीति के जानकार यह मानकर चल रहे थे कि, प्रदेश भाजपाध्यक्ष बस्तर से हो सकता है। क्योंकि सरगुजा-जशपुर से सीएम बनाया गया। बिलासपुर से डिप्टी सीएम बनाया गया। राजनांदगांव क्षेत्र को दो बड़े पद मिले। पहला विधानसभा अध्यक्ष का और दूसरा कवर्धा विधायक विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया। अब बड़े पदों से वंचित क्षेत्र केवल दो ही बचे थे। रायपुर संभाग और बस्तर संभाग। रायपुर संभाग से सबसे कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी इस पद के लिए चर्चा में था। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि, उनकी रुचि संगठन में कम सरकार में ज्यादा रहती है। वैसे भी रायपुर के प्रदेश की राजधानी होने के नाते पूरी सरकार का फोकस रायपुर क्षेत्र पर रहता ही है। इस बार तो रायपुर जिले के मतदाताओं ने भाजपा पर अपनी पूरी निष्ठा जताई है। जिले की सभी सातों सीटें पार्टी की झोली में डाल दी हैं। वह भी बड़े अंतरों से।

तो इस लिहाज से बस्तर का दावा सबसे पुख्ता हो गया। वैसे भी भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है, और साल 2019 में बस्तर लोकसभा सीट लंबे समय बाद भाजपा के हाथ से फिसल गई थी। अब किरण देव को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने बस्तर को भी साधने का काम किया है।

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