pickle preservation tips: बरसात में भी नहीं सड़ेगा अचार! प्रिजर्वेटिव्स को करें न, बस अपनाएं दादी-नानी के 4 देसी नुस्खे

Pickle Preservation Tips
Pickle Preservation Tips: बरसात का मौसम आते ही अचार जल्दी खराब होने लगता है। नमी, गीला हाथ और गलत स्टोरेज अचार को सड़ाने लगते हैं। लेकिन कुछ आसान घरेलू नुस्खों से आप बिना किसी प्रिज़र्वेटिव के अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं।
अक्सर लोग आम काटने के बाद उसे धो देते हैं, जिससे आम में नमी बनी रह जाती है और यही नमी अचार को खराब करने का काम करती है। अचार के लिए आम काटने से पहले ही उसे अच्छे से धो लें और फिर साफ कपड़े से पोंछ लें। काटने के बाद भूलकर भी न धोएं। कटे हुए आम के ऊपर की चिपचिपाहट भी निकाल दें और आम के टुकड़ों को धूप में अच्छे से सुखा लें। आम के अचार के लिए आप ये घरेलू नुस्खा आजमा सकते हैं।
इसके अलावा बिना प्रिज़र्वेटिव अचार को खराब होने से बचाने के 4 घरेलू नुस्खे
1. अचार को सुखाकर डालें:
अचार बनाने से पहले सब्जियों या फलों को अच्छी तरह धूप में सुखाना बहुत जरूरी है। अगर अचार में नमी रह गई तो वह फफूंद या सड़न का कारण बन सकती है। बारिश में जब धूप न मिले, तो ओवन या माइक्रोवेव में हल्का गरम करके भी सामग्री को सुखाया जा सकता है।
2. साफ और सूखा बर्तन इस्तेमाल करें:
अचार रखने वाला बर्तन पूरी तरह सूखा और साफ होना चाहिए। कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन सबसे बेहतर माने जाते हैं। धातु के बर्तन अचार के साथ रिएक्ट कर सकते हैं और उसका स्वाद बदल सकते हैं। अचार डालने से पहले बर्तन को धूप में या ओवन में कुछ देर गर्म कर लें। अचार को हमेशा ऐसी जगह रखें जहां सीलन न हो। किचन की दराज, सिंक के नीचे या किसी ऐसी जगह न रखें, जहां बहुत ज्यादा नमी हो।
3. सरसों का तेल है बेस्ट कवर:
अचार को ढकने के लिए सरसों का तेल सबसे अच्छा विकल्प है। यह न सिर्फ अचार को एकदम पारंपरिक स्वाद देता है बल्कि उसमें नेचुरल प्रिज़र्वेटिव की तरह भी काम करता है। अचार पूरी तरह से तेल में डूबा होना चाहिए, जिससे हवा या नमी उसका स्वाद न बिगाड़ सके।
4. गीले हाथों और गीले चम्मच से बचें:
अक्सर लोग अचार निकालते समय गीले हाथ या चम्मच का इस्तेमाल कर लेते हैं, जो अचार में नमी ला देता है और वो जल्दी सड़ जाता है। हर बार अचार निकालते समय सूखे हाथ और सूखा चम्मच इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि जिस चम्मच से अचार निकालें, वो सिर्फ अचार के लिए ही इस्तेमाल हो।
(प्रियंका कुमारी)