Health Tips: जिम में फिटनेस के साथ सेफ्टी भी जरूरी, कैसे रखें हार्ट रेट पर अपनी नजर?

सुबह की ठंडी हवा, कानों में तेज म्यूजिक, हाथों में पानी की बोतल और चेहरे पर फिटनेस के लिए जुनून. ये नजारा किसी भी जिम में आम है। लेकिन इस उत्साह के बीच अक्सर एक अहम बात को नजरअंदाज कर दिया जाता है, वो है खुद को सुरक्षित रखना. क्या आपने कभी सोचा है कि, वर्कआउट के दौरान आपकी धड़कनों की रफ्तार क्या कह रही है? ज्यादा तेज या बहुत धीमी हार्ट रेट आपके शरीर के लिए खतरे की घंटी बन सकती है। इसलिए जरूरी है कि जैसे आप अपने बॉडी फैट पर नजर रखते हैं, वैसे ही हार्ट रेट पर भी ध्यान दें।
हार्ट रेट पर नजर क्यों रखना जरूरी है?
जब हम वर्कआउट करते हैं, तब हमारा दिल ज्यादा तेजी से धड़कता है ताकि शरीर को जरूरी ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाई मिल सके। लेकिन यदि हार्ट रेट अचानक बहुत ज्यादा बढ़ जाए या बहुत कम हो जाए, तो यह दिल की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। सही हार्ट रेट न सिर्फ आपको बेहतर परिणाम दिलाता है, बल्कि थकावट से भी बचाता है।
फैट बर्न जोन क्यों है जरूरी?
वर्कआउट के दौरान हमारी हार्ट रेट अलग-अलग तरीके से चलती है। इनमें से एक खास जोन होता है "फैट बर्न जोन"। यह वह स्थिति होती है जब आपकी हार्ट रेट अधिकतम 60-70% होती है। अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो आपकी अधिकतम हार्ट रेट 190 bpm होनी चाहिए।
स्मार्टवॉच के जरिए पता करें
आजकल की स्मार्टवॉच सिर्फ समय दिखाने के लिए नहीं है, बल्कि आपकी हेल्थ के बारे में भी बताने के लिए होती है। इनमें हार्ट रेट मॉनिटरिंग का फीचर होता है, जो रियल टाइम में आपकी धड़कनों पर नजर रखता है। ये आपको चेतावनी भी देती हैं।
फिटनेस का मतलब सिर्फ मसल्स बनाना या कैलोरी जलाना नहीं है, बल्कि खुद को बेहतर और सुरक्षित रखना भी है। जिम में पसीना बहाते वक्त अपनी हार्ट रेट पर नजर रखना उतना ही जरूरी है जितना सही डाइट लेना। तो अगली बार जब आप वर्कआउट के लिए तैयार हों, तो स्मार्टवॉच पहनना न भूलें, क्योंकि सेहत की निगरानी आजकल आपकी कलाई पर है!