Brahmos Missile Power: ब्रह्मोस मिसाइल कितनी खतरनाक? सीएम योगी बोले- पाकिस्तान से पूछिये

How dangerous Brahmos missile
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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ब्रह्मोस मिसाइल के साथ।  

भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तान के एयरबेस पर भी कहर बरपाया, जिससे पड़ोसी मुल्क सीजफायर की मांग करने लगा। जानिये ब्रह्मोस मिसाइलों की मारक क्षमता...

भारतीय सेना ने अपना पराक्रम दिखाकर तीन दिनों के भीतर ही पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया। S-400 डिफेंस सिस्टम हो या फिर आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जिसने पाकिस्तान के हवाई हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। इस कड़ी में ब्रह्मोस मिसाइलों का भी योगदान रहा, जिन्होंने पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह कर दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो ब्रह्मोस मिसाइलों की मारक क्षमता को लेकर पाकिस्तान पर भी तंज कसा दिया।

लखनऊ में ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग सेंटर के उद्घाटन अवसर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल के पराक्रम की झलक देखी होगी। अगर नहीं देखी है तो पाकिस्तान के लोगों से ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत पूछनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने घोषणा की है कि अगर कोई भी आतंकवादी हमला होता है, तो इसे युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी। आतंकवाद को कुलचे बिना इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मिलकर इस अभियान से जुड़ना होगा।

लखनऊ ब्रह्मोस उत्पादन इकाई की खासियत
लखनऊ स्थित ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग सेंटर बनाने पर करीब 300 करोड़ रुपये की लागत आई है। यहां 290 से 400 किलोमीटर की रेंज और 2.8 मैक की गति से लक्ष्य भेदने वाली ब्रह्मोस मिसाइल बनाई जाएंगी। खबरों की मानें तो हर साल इस यूनिट से 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलों को बनाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, नेक्सट जेनरेशन की 100 से ज्यादा ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि ये नए संस्करण अगले वर्ष यानी 2026 में ब्रह्मोस मिसाइलों की डिलीवरी तय हो जाएगी।

ब्रह्मोस ने तबाह किए पाकिस्तान के ये एयरबेस
भारत ने सीजफायर से पहले ब्रह्मोस मिसाइल की मदद से पाकिस्तान के 11 एयरबेस को नुकसान पहुंचाया। इनमें नूरखान एयरबेस, स्कार्दू एयरबेस, मुरीद एयरबेस, रफीकी एयरबेस, सुक्कूर एयरबेस, सियालकोट एयरबेस, चूनियाना एयरबेस, शाहबाज एयरबेस, सरगोधा एयरबेस, पसरूर एयरबेस और भोलारी एयरबेस शामिल हैं।

रक्षा जानकारों की मानें तो इन एयरबेस को नुकसान पहुंचने की वजह से ही पाकिस्तान की कमर पूरी तरह से टूट चुकी थी। चूंकि पाकिस्तान एयर फोर्स के लिए उड़ान मुश्किल होती, इसलिए डरकर भारत से उसे बख्शने की गुहार लगाई, जिसे भारत ने फिलहाल 12 मई तक के लिए स्वीकार कर लिया है। 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से भारत और पाकिस्तान में सीजफायर पर पुन: बातचीत होगी।

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