मोबाइल की लत बनी मुसीबत: पबजी खेलने से बिगड़ा मानसिक स्वास्थ्य, बागपत में किशोर की अजीब हरकतों से डॉक्टर भी हैरान

पबजी खेलने से बिगड़ा मानसिक स्वास्थ्य, बागपत में किशोर की अजीब हरकतों से डॉक्टर भी हैरान
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उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में लगातार पबजी गेम खेलने से किशोर की मानिसक स्थिति बिगड़ गई। नाम पूछने पर वह कोड वर्ड और और पात्रों के नाम बताता है।

Mental health: मोबाइल का अत्यधिक उपयोग मुसीबत बन सकता है। बच्चों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में लगातार 18-18 घंटे पबजी गेम खेलने से किशोर की मानिसक स्थिति बिगड़ गई। नाम पूछने पर वह पबजी गेम में मिले कोड और उसके पात्रों के नाम बताने लगा। परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है।

किशोर बागपत के टीकरी का रहने वाला है। पिता ने बताया, मोबाइल पर वह 18-18 घंटे पबजी गेम खेलता था। पिछले एक सप्ताह से अजीब हरकत कर रहा है। कुछ दिन तो हमने नजरअंदाज किया, लेकिन इसकी अजीब हरकतें जब बढ़ने लगीं तो डॉक्टर को दिखाया।

परिजनों ने बताया कि किशोर न सिर्फ ऊल जलूल बातें करता रहता है, कुछ दिन से उसने खाना-पीना और बातचीत करना भी कम कर दिया है। उसके दोस्तों ने बताया कि हर समय पबजी की बातें करता रहता था। फिलहाल, उसका उपचार जारी है।

मनोचिकित्सक से परामर्श की सलाह

जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने किशोर से उसका नाम पूछा तो उसने फाइटर 2.0 बताया। फिर पबजी में खिलाड़ी जैसी हरकतें करने लगा। उसकी हरकतें देखकर चिकित्सक भी हैरान हैं। उन्होंने मनोचिकित्सक से परामर्श करने का सुझाव दिया है।

क्या कहते हैं मनोचिकित्सक?

मनोचिकित्सक डॉ. अजय कुमार ने परिजनों को अलर्ट किया है। कहा, दिनचर्या में व्यस्तता के चलते अभिभावक प्रॉपर ध्यान नहीं देते। बच्चों से छुटकारा पाने के लिए वह वह उन्हें मोबाइल पकड़ा देते हैं। शुरू में तो इसके साइड इफेक्ट समझ नहीं आते, लेकिन बाद में समस्या गंभीर हो जाती है। मोबाइल की लत इस कदर पड़ जाती है कि बच्चे खाना पीना तक छोड़ देते हैं।

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