यूपी बोर्ड: 9वीं से 12वीं तक माडल प्रश्नपत्र से होंगी गृह परीक्षाएं, NEP-2020 के तहत शुरू की गई तैयारी

UP Board Model Question Paper 2026
UP Board Model Question Paper 2026: उत्तर प्रदेश की सरकारी स्कूलों में आयोजित होने वाले होम एक्जाम में बड़े बदलाव की तैयारी है। पहली बार कक्षा 9 से 12 तक की गृह परीक्षाएं माडल प्रश्न-पत्र के आधार पर आयोजित कराई जाएंगी। माडल प्रश्नपत्र बोर्ड परीक्षा के प्रारूप के अनुसार होंगे। ताकि, छात्रों को पहले से ही बेहतर तैयारी का अवसर मिले।
उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)-2020 को उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए करने का फैसला लिया है। इसकी पूरी रूपरेखा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने तैयार की है। संबंधित विषयों के प्रश्नपत्र राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान और राज्य शिक्षा संस्थान द्वारा तैयार किए जाएंगे।
इन विषयों के माडल प्रश्नपत्र होंगे तैयार
- कक्षा 9 और 10: गणित और विज्ञान
- कक्षा 11 और 12: भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, गणित
- अंग्रेजी का प्रश्नपत्र आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान (ELTI) तैयार करेगा।
- अन्य विषयों के लिए राज्य शिक्षा संस्थान जिम्मेदार होगा।
माडल पेपर बनाने सितंबर में होंगी कार्यशाला
SCERT ने सितंबर 2025 में विशेष कार्यशालाओं के आयोजन की योजना बनाई है। इनमें विषय विशेषज्ञों की मदद से प्रश्न-पत्र तैयार किए जाएंगे। यह सभी माडल प्रश्नपत्र NEP-2020 के उद्देश्य, जैसे कि सैद्धांतिक समझ, विश्लेषणात्मक सोच और व्यावहारिक ज्ञान को ध्यान में रखकर डिजाइन किए जाएंगे।
2026 की परीक्षा में होगा प्रयोग
SCERT और यूपी बोर्ड का लक्ष्य है कि 2026 से सभी विद्यालयों में गृह परीक्षाएं इन्हीं माडल प्रश्नपत्रों के आधार पर कराई जाएं, जिससे पूरे प्रदेश में परीक्षा प्रणाली में एकरूपता और पारदर्शिता आए।
विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
- यूपी बोर्ड की इस नई व्यवस्था से छात्रों को न केवल बोर्ड परीक्षा का अनुभव पहले से मिलेगा, बल्कि मूल्यांकन में भी समानता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।
- शिक्षा विभाग अधिकारियों का मानना है कि यह कदम यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
- NEP-2020 को लागू करने के तहत यह पहल उत्तर प्रदेश के स्कूली शिक्षा तंत्र को और अधिक व्यवस्थित, संगठित और प्रभावी बनाएगी। छात्रों को परीक्षा में एक जैसी तैयारी और मूल्यांकन का अवसर मिलेगा।